गौशाला में भूखा प्यासा रख 200 गायों की हत्या -हिन्दू धर्म के आस्था के साथ खिलवाड

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छत्तीसगढ़ में कुछ महीने पहले गाय को लेकर जमकर सियासत हुई है, और इस मसले पर प्रदेश सरकार बैकफुट पर भी आ गया था। प्रदेश में कुछ लोग गौशाला के आड में चांदी काट रहे है और हिन्दू धर्म के आस्था के साथ खिलवाड कर रहे है। कुछ ऐसा ही मामला धमतरी जिले के मगरलोड ईलाके में देखने को भी मिला है। जहां वेद माता गौशाला में दस दिनों में करीब दौ सौ गायों की मौत भूख प्यास के चलते हो गई है। बताया जा रहा है की इस गौशाला को गरियाबंद जिले का एक शख्स चला रहा है। जिनके पास गौशाला को लेकर किसी भी तरह का कोई भी दस्तावेज नही है। वहीं दुर्ग जिले के गौशाला में हुए कांड के बाद भी शासन प्रशासन ने कोई सबक नही लिया है जिसका नतीजा है की जिले मे फर्जी तरिके से गौशाला संचालित हो रही है लेकिन प्रशासन को इसकी कानो कान खबर नही है।

 

दरअसल मगरलोड ईलाके के राजाडेरा गांव से तीन किलोमीटर दूर ये गौशाला जंगल के बीच संचालित हो रही है। जहां पर गौसेवा की आड में गायों की मौत का सौदा किया जा रहा है। बीते दस दिनों में इस गौशाला मेें करीब दौ सौ गायों की मौत भूख प्यास से तडपकर हो गई है। वहीं बचे हुई गायों की भी हालत काफी दयनीय है। इस गौशाला में ना ही गायों के लिये चारा है और ना ही पीने को पानी वहीं गौशाला संचालक अपने गुनाहो को छुपाने के लिये मृत गायों का शव जंगल के चारों ओर फेक दिया मृत गायों की बदबू से पूरे ग्रामवासी खासे परेशान है। बताया जा रहा है गौशाला संचालक ईलाके मे घूम घूम कर ऐसे लोगों से मिलकर गाय इक्ठठा करते है जो गाय को पालने मे सक्षम नही होते है। यही नही गौशाला संचालक बकायदा गायों के पालन पोषण के लिये किसानों से मोटी रकम भी वसूलता भी करता है।