मुंबई। संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती से पद्मावत होने के बाद भी मुसीबत के चक्रव्यूह से बाहर नहीं निकल पा रही है। सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म का नाम बदलने, कम से कम 26 कट्स लगाने, डिस्क्लेमर लगाने की शर्तें पूरी करने पर भंसाली की फिल्म को प्रदर्शन का ग्रीन सिग्नल दिया है।
लेकिन, इस ख़बर के कुछ ही घंटे बाद करणी सेना ने ये साफ कर दिया कि इस फिल्म को लेकर उसके रुख में कोई बदलाव नहीं आया है। करणी सेना की ओर से बयान जारी किया गया है कि सेंसर बोर्ड ने अंडरवर्ल्ड के दबाव में इस फिल्म को सर्टिफिकेट देने का निर्णय लिया है, लेकिन करणी सेना इसे चलने नहीं देगी। करणी सेना की ओर से सुखदेव सिंह गोगामेदी ने कहा है कि सिनेमा हॉल्स के बाहर करणी सेना के लोग तैनात रहेंगे और जिस थिएटर ने भंसाली की फिल्म को दिखाने की कोशिश की, वो इसका खामियाजा भुगतने को तैयार रहें।