मन्दिर बचाओ आन्दोलनम् को हमारा पूरा समर्थन है क्योंकि मन्दिर आस्था के केन्द्र हैं । मन्दिरों को तोड़ने और उसका स्थान बदलने की कोशिश करने वालों को काशी के मणिकर्णिका घाट पर चिता के लिये अग्नि देना संभव नहीं है ।
उक्त उद्गार श्री बरिया चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित मन्दिर बचाओ आन्दोलनम् से संवाद स्थापित करने के लिये आयोजित संगोष्ठी में पूरे समाज की ओर से बोलते हुये डोमराजा के सुपुत्र श्री विश्वनाथ चौधरी ने व्यक्त किये ।
सभा में उपस्थित मुख्य अतिथि के रूप मे उपस्थित स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती जी ने कहा कि जहां मंदिरों में पूजा-अर्चना नही होती है वहां रोजी रोटी का संकट, आधि-व्याधि का संकट और मृत्यु वह संकट मंडराने लगता है, इसलिए काशी के इन मंदिरों को तोड़े जाने को और मंदिर में पूजा बंद कराया जाने का खतरा मंडराने लगा है ।
सभा में उपस्थित रहे बरिया चौधरी, विश्वनाथ चौधरी, राजेंद्र चौधरी, सत्यम चौधरी, रोशन यादव, मनाऊँ यादव, सोनू चौधरी, नीरज चौधरी के साथ सैकड़ो लोग उपस्थित रहे ।