पीएनबी के शीर्ष प्रबंधन की गलत नीतियों के विरोध में 24-25 जून को कर्मचारियों की देश व्यापी हडताल

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पुणे : पंजाब नेशनल बैंक के शीर्ष प्रबंधन की पीडादायी और कर्मचारियों अधिकारियों को उत्पीडित करने वाली नीतियों से क्षुब्ध पीएनबी के देशभर के आफीसर्स एवं एंप्लाईज आगामी 24 व 25 जून 2019 को बैंक में दो दिवसीय हडताल करेंगे। यह जानकारी आज एक संवाददाता सम्मेलन में आल इंडिया पंजाब नेशनल बैंक आफीसर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष का. विलियम तुस्कानो व महाराष्ट्र व गोवा राज्य के ए.जी.एस का. सूर्यकांत लोंढे तथा  आल इंडिया पीएनबी एंप्लाईज युनियन के जी.एस अनिल प्रभू और आल इंडिया पंजाब नेशनल बैंक एंप्लाई फेडरेशन के ज्वाइंट सेक्रेटरी का. प्रभाकर शेट्टी ने पुणे में पत्रकारों को दी। यह प्रेस वार्ता पुणे के होटल अरोरा टावर में संपन्न हुई्।
इस अवसर पर आल इंडिया पीएनबी एंप्लाईज फेडरेशन के ज्वाइंट सेक्रेटरी का. विद्याधर वाघारे, आल इंडिया पीएनबी आफीसर्स एसोसिएशन के सरकल सेक्रेटरी कामरेड. प्रमोदकुमार, आल इंडिया पीएनबी एंप्लाइज एसोसिएशन के वाइस प्रेसीडेंट का. मीणानाथ नेरल, आल इंडिया पीएनबी आफीसर्स एसोसिएशन के प्रेसीडेंट का. विट्ठल माने, आल इंडिया पीएनबी एंप्लाईज फेडरेशन के ज्वाइंट सेक्रेटरी का. महेश शेलगे, आल इंडिया पीएनबी एंप्लाईज फेडरेशन के ज्वाइंट सेक्रेटरी का. सुजीत उन्डे उपस्थित थे।
इस अवसर पर उन्होंने बताया कि जिन मुददो पर हम विरोध कर रहे हैं उनमें द्विपक्षीय मुद्दों पर प्रबंधन द्वारा एकतरफा निर्णय लेना, भारतीय बैंक परिसंघ -आईबीए-को वेतन वार्ता के लिए पूर्ण अधिकार पत्र न देना, उच्च प्रबंधन स्वयं स्वीफ्ट एकीकरण और इससे संबंधित भारतीय रिजर्व बैंक नीति को लागू न करने के कारण खुद कटघरे में हैं लेकिन कनिष्ठ अधिकारियों को सजाएं न देकर बलि का बकरा बनाया गया। इसी प्रकार स्केल-1 के अधिकारियों की इंटर सर्कल ट्रान्सफर को जानबूझकर लागू न करना, महिला कर्मचारियों को गर्भावस्था में अपनी इच्छानुसार किसी भी सुविधाजनक स्थान पर अस्थाई ट्रान्सफर की सुविधा पर रोक लगाना शामिल है। इसी अनुसार अनुकंपा आधार पर ट्रान्सफर सुविधा में बदलाव ला दिया है। नईभर्तीको लगभग न के बराबर कर दिया है। शाखाओं को वर्तमान श्रेणी से निम्न श्रेणी में अवन्नत करना एवं स्वीकृत स्टाफ की संख्या में भारी कटौती से शाखाओं में ग्राहक सेवाओं पर विपरीत प्रभाव पडना आदि भी शामिल है। उन्होंने कहा कि अनुकंपा के आधार पर रोजगार भर्ती नीति को दर किनार करते हुए रोक लगाना, ट्रांसफर एवं स्टेशन ठहराव नीति में एकतरफा बदलाव करके देशभर में अधिकारियों को पूर्वसे पश्रि्चम व उत्तर से दक्षिण ट्रान्सफर कर उत्पीडन करना आदि, भी इसमें शामिल है। इसी प्रकार प्रधान  कार्यालय द्वारा स्वीकृत कारपेट घरानों  के ऋण को बट्टे खाते में डालकर बैंक को हानि पहुंचाना आदि भी हमारी नाराजी का मुख्य कारण है। इसी प्रकार सेवा निवृत्ति के दिन आरोप पत्र जारी करना व कठोर सजा देना, टेलीफोन की पात्रता सीमा में कटौती और वेतन भुगतान की तिथि को बदलना, मंडल/आंचल प्रमुख द्वारा सोशल मीडिया एवं मीटिग्स में अधिकारियों के साथ दुव्र्यवहार व अभद्र भाषा का प्रयोग किए जाने का भी हम सब प्रखर विरोध कर रहे
उन्होंने बताया कि सोमवार 10 जून 2019 से  हम सब एक प्रकार से असहयोग आंदोलन शुरू करने जा रहे हैं जिसके तहत हम सब आफीसर्स व कर्मचारी सिर्फ काम काज के लिए नियत समय में ही काम करेंगे और काम काज के समय के पश्चात जो मैसेज आदि आते हैं उसका जवाब हम नहीं देंगे। उन्होंने यह भी बताया कि 11 जून को हम बैंक से अतिरिक्त सहयोग को वापस ले रहे हैं जिसके तहत हम सब बैंक में नियत समय से अधिक समय तक अपनी सीट पर बैठकर बैंक का काम काज निपटाते ह््ैं। इसके अलावा आवश्यकता पडने पर बैंक के आफीसर्स व कर्मचारी अवकाश के दिन भी अपनी सेवाएं देते हैं जो कि 11 जून से बंद की जा रहीं
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए उन्होंने पत्रकारों को बताया कि सोमवार 17 जून को देश भर में पीएनबी के जोनल कार्यालयों के बाहर धरना आंदोलन शुरू किया जाएगा। यह धरना आंदोलन बैंक समय के बाद होगा।