प्रमाणित हो गया कि काशी में मन्दिर व मूर्ति तोड़े जा रहे हैं:- अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती जी महाराज

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लंका थानांतर्गत रोहित नगर में नाले के रूप में तब्दील कर दिये गये अस्सी नदी के किनारे सैकड़ो की संख्या में मलबे के अंदर सैकड़ों के संख्या में शिवलिंग मिलने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गयी आनन फानन में प्रशासन मलबे के अंदर से सैकड़ों की संख्या में बरामद शिवलिंगों को लंका थाने में पहुँचा दिया गया जिसकी सूचना मिलने पर सर्वप्रथम स्वामीश्री: अविमुक्तेश्वरानंद: सरस्वती जी महाराज रोहित नगर स्थित घटना स्थल पर पहुंचे प्रशासन द्वारा सैकड़ो शिवलिंगों के हटा दिये जाने के बावजूद लोगो ने स्वामी जी के सामने ही लोगो ने भारी संख्या में शिवलिंगों व टूटे विग्रहों को निकाला जिसको स्वामी जी ने एक स्थान पर एकत्र करवाकर माला फूल चढ़ाकर पूजन किया तब तक घटना स्थल पर एडीएमसिटी,एसपीसिटी और सीओ भेलूपुर भारी संख्या में पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर स्वामी जी से विनम्रता पूर्वक वस्तुस्थिति जाननी चाही जिसपर स्वामी जी ने पूरे घटनाक्रम से अधिकारियों को अवगत कराते हुए रोष प्रकट किया और घटनास्थल पर बरामद विग्रहों की सूची सौप कर उपस्तिथ अधिकारियों से हस्ताक्षर कराया सूची पत्र पर गवाह के रूप में कांग्रेस के पूर्व विधायक और अन्य लोगो ने भी हस्ताक्षर किया।तबतक उधर लंका थाने पर पहुंच चुके आप नेता संजीव सिंह,कांग्रेस नेता यतीन्द्र चतुर्वेदी ने स्वामी जी से आग्रह कर उनको लंका थाने पर बुलाया जिसपर स्वामी जी रहित नगर स्थित घटनास्थल पर पार्षद कमल पटेल तथा कुछ अन्य जिम्मेदार लोगों देखरेख की जिम्मेदारी सौंप कर लंका थाने पर पहुंचे जहाँ पर बरामद कर रखे गये शिवलिंगों को लंका थानाध्यक्ष से कह कर एक स्थान पर क्रम से रखवाकर उसकी गिनती कराई जिसमे 126 शिवलिंग निकले।इस दौरान परमधर्म संसद के प्रेसप्रभारी संजय पाण्डेय,श्री प्रकाश पाण्डेय,सुनील शुक्ला विनीत तिवारी,सतीश अग्रहरि के नेतृत्व में दर्जनों लोग लंका थाने के अंदर ही बैठकर शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। और स्वामी जी के निर्देश पर अजय राय जी ने अज्ञात लोगों के खिलाफ लंका थाने में एफआईआर दर्ज कराया। उसके बाद स्वामी जी भारी समर्थकों के साथ लंका थाने से पुनः रोहित नगर पहुंच कर मलबे से शिवलिंगों व टूटे विग्रहों को समर्थकों द्वारा निकलवा रहे थे और निरन्त मलबे से शिवलिंग और टूटे निकल रहे थे सूचना देने तक स्वामी जी रोहित नगर स्थल घटनास्थल पर मौजूद थे और निरंतर विग्रह निकल रहे थे।

स्वामी जी इतने भारी मात्रा में शिवलिंगों व टूटे देवविग्रहों के निकलने ओर काफी मर्माहत थे और उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास नही हो रहा है कि राममन्दिर बनवाने का वादा करने वाले दल के शासन काल मे इतने क्रूरता के साथ मन्दिरों व देवविग्रहों को तोड़ा गया है और मैं लगातार कहता रहा हूँ कि विश्व्नाथ कॉरिडोर के नाम पर मन्दिरों व देवविग्रहों को तोड़ा जा रहा है लेकिन शासन प्रशासन संसाधनों के बल पर हमको झूठा साबित करने का कोशिश कर रहा था लेकिन अब प्रमाणित हो गया है कि विश्व्नाथ कॉरिडोर के नाम पर मन्दिरों व देवविग्रहों को तोड़ा गया है यह सहन योग्य नही है कि हमारे आराध्यों के विग्रहों व प्रतिमाओं पर इतने क्रूरता के साथ प्रहार किया जाय और हम देखते रहें घटनास्थल पर अनेक प्रत्यक्षदर्शियों ने भी इस बात की पुष्टि की ये समस्त विग्रह विश्व्नाथ मन्दिर के आसपास के हैं।
घटनास्थल पर स्वामी जी से मिलने कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल भी परजनाथ शर्मा आदि समर्थकों के साथ पहुंचे व स्वामी जी से घटनाक्रम की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त की
समस्त कार्यक्रम में प्रमुख रूप से,कांग्रेस के अजय राय,आप के संजीव सिंह,राजेन्द्र तिवारी,प्रेसप्रभारी संजय पाण्डेय, कुवँर सुरेश सिंह,राकेश सरावगी,सुनील शुक्ला,सुभाष सिंह,सुनील उपाध्याय,सदानंद तिवारी,त्रिलोचन शर्मा,कृष्ण कुमार शर्मा,शरद पाण्डेय,महादेव विनय,कमलेश तिवारी विनीत,किसन जायसवाल आदि सहित भारी संख्या में लोग उपस्तिथ थे।